उत्तर बिहार में बाढ़ की स्थिति और भयावह होती जा रही है। बूढ़ी गंडक, लंखनदेई और गंडक के जलस्तर में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। इससे मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, दरभंगा, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण जिले में बाढ़ का पानी हर दिन नए इलाकों में फैल रहा है। बाढ़ की वजह से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। खबर है कि बाढ़ के पानी में डूबने से 34 लोगों की और मौत हो गई है। इससे पहले भी बिहार में 12 जिलों में आई बाढ़ की वजह से 33 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 27 लाख लोग प्रभावित हैं। बाढ़ प्रभावित 12 जिलों में कुल 185 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं, जहां लगभग 1 लाख 13 हजार लोग मौजूद हैं। उनके भोजन की व्यवस्था के लिए 812 सामुदायिक रसोई चलाई जा रही हैं। बाढ़ प्रभावित इलाके में राहत और बचाव कार्य के लिये एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल 26 टीमों और 796 मानव बल को लगाया गया है। वहीं 125 मोटरबोट का इस्तेमाल किया जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव को निर्देश दिया है कि वह बुधवार को पश्चिम चम्पारण और पूर्वी चम्पारण के जिलाधिकारियों के साथ हवाई सर्वेक्षण करें ताकि जिलाधिकारी अपने जिले में बाढ़ की स्थिति को पूरी तरह से भांप सकें। वहीं मौसम विभाग के मुताबिक आज यानि बुधवार को भी बिहार में हल्की बारिश के आसार हैं।